चांद बहुत खूबसूरत है और यह धरती की शुरुआत से लेकर आज तक हमारे धरती के साथ बना रहा है। चांद को ही नजर रखते हुए हम लोगों ने कैलेंडर को बनाया । इसको लेकर कई कहानियां भी बनाई गई। इसे देखकर भेड़िए आवाज निकालते हैं और यह रात के अंधेरे में हमें एक ठंडी प्रकाश प्रदान करती है। इसी के चलते हमारे सोलर सिस्टम मे धरती बैलेंस में रहती है। अगर चांद नहीं होता तो आज हम लोग जिंदा नहीं होते।

Moon

चांद हमारे करीब तो है पर चांद से जुड़े आज भी ऐसी कई चीजें हैं जो हम नहीं जानते। आज हम इस आर्टिकल में चांद के कुछ रहस्य को जानेंगे।

1. Hollow moon theory 

Hollow moon 

हम चांद के बारे में पहले कुछ नहीं जानते थे पर अपोलो 11 एक पहला मिशन था जिसके चलते इंसान ने पहली बार चांद पर कदम रखा और ऐसी कई सिद्धांत निकाले गए जो चांद के कई रहस्यों को explain करने की कोशिश करती है। नवंबर 1969 में नासा के अपोलो मिशन के उन अंतरिक्ष यात्रियों ने चांद के ऊपर एक इंपैक्ट छोड़ा था। मतलब एक सेटेलाइट को चांद की सतह से जानबूझकर टकड़ा कर कुछ क्षेत्र तक एक क्रिएटर बनाने की कोशिश की थी।
Apollo 11

जब सैटेलाइट और चांद का कांटेक्ट हुआ और यह क्रिएटर बना तब बिल्कुल एक bell की तरह चांद का सतह कई दिनों तक vibrate करता रहा। ऐसा मानो की सेटेलाइट ऐसी चीज से टकराई हो जो अंदर से खोखला हो। अगर चांद एक normal solid body होती तब यह कभी नहीं होता। इस चीज को देखकर scientist पूरी तरह से चौक गए थे, क्योंकि इससे पता चलता है की चांद अंदर से पूरी तरह से खोखला है। उन्होंने सोचा कि कुछ तो गड़बड़ है हमने आज तक चांद के बारे में जो भी माना है शायद वह गलत है जो हम नहीं जानते और आज तक हम लोग इसे समझने में असमर्थ रहे ।

2. चांद आखिर बना कैसे


चांद की खोखला होने वाली बात तो आप लोगों ने जान लिया। लेकिन वर्षों गुजर गए पर चांद आखिर बना कैसे इसे आज तक कोई scientist पूरी तरह से explain नहीं कर सका। कुछ scientist कहते हैं, कोई बड़ी सी बॉडी जब धरती से टकराई तब चांद बना। पर इस सिद्धांत में problem यह है कि, चांद और धरती की composition बहुत अलग है, मतलब चांद की सतह और उसका अंदर का भाग धरती से बहुत ज्यादा अलग है।

Earth and moon composition 

कई साइंटिस्ट यह भी कहते हैं कि कोई गोल सी body स्पेस में धरती के करीब से गुजर रही थी तभी धरती ने उसे अपनी तरफ खींच लिया और तब से धरती के चारों ओर घूमने लगा। पर चांद धरती से सिर्फ चार गुना छोटा है और अगर हम चांद के size को देखते हुए बात करें तो practically यह असंभव है की किसी गुजरती हुई body को धरती अपनी तरफ खींच ले। यह किसी भी प्रकार के asteroid से बहुत ज्यादा बड़ा है। scientifically asteroid को तो धरती आराम से खींच सकती है लेकिन चांद को नहीं खींच सकती।

Size of earth and moon

इसलिए कई साइंटिस्ट का यह भी मानना है कि चांद की natural satellite वाली बात बिल्कुल गलत है। मतलब चांद को किसी दूसरे ग्रह के intelligent जंतुओं ने बनाया है। चांद पर जितने बार भी mission हुए है उन सब से हमें इसके बारे में बहुत कम जानने को मिला है।
चांद की gravitational force यानी गुरुत्वाकर्षण शक्ति भी एक अजीब तरीके से act करती है। इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति को समझने के लिए कई mission किए गए पर आज तक किसी को इसकी पूरी सच्चाई पता नहीं चली।

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3. चांद का size

चांद का size भी एक बहुत बड़ा रहस्य है। किसी भी planet का moon  छोटा होता है यह बात तो सही है, पर  moon उसके ग्रह के हिसाब से बहुत छोटा होना चाहिए । मतलब चांद जो है वह धरती के तुलना में ज्यादा छोटा नहीं है।
चांद धरती का 1/4th है मतलब एक धरती पर चार चांद समा जाएंगे पर अगर आप बाकी ग्रहों से इसे तुलना करे । जुपिटर को ही ले ले, जुपिटर के बहुत सारे चांद हैं। और उसके सारे चांद 1/88 साइज  से भी कम है। मतलब जुपिटर का चांद जुपिटर से 88 गुना ज्यादा छोटा है। एक जुपिटर मे 88 जुपिटर के चांद समा जाएंगे । मतलब जुपिटर का चांद बहुत छोटा है और scientifically होना भी चाहिए।

Jupiter 

पर देखा जाए तो धरती का चांद बाकीयो से बहुत बड़ा ही है। धरती के आसपास की जो planets है, जैसे  बुध ग्रह और शुक्र ग्रह , इनका तो कोई चांद ही नहीं है। और धरती को देख लो और इसके moon को देख लो धरती से सिर्फ चार ही गुना ज्यादा छोटा है। जो इसे बहुत बड़ा रहस्य बनाता है । मतलब चांद का साइज और भी ज्यादा छोटा होना चाहिए नहीं तो होना ही नहीं चाहिए। नासा के एक वैज्ञानिक  Robin Brett ने कहा था कि चांद की होने से ज्यादा चांद के नहीं होने को समझाना ज्यादा आसान है। और इन्हीं सब चीजों के चलते साइंटिस्ट का  शक और भी बढ़ जाता है की चांद कहीं बनाया गया artificial body तो नहीं।

4. चांद को एलियन ने बनाया


 चांद का होना, चांद का साइज, चांद कैसे बना,चांद का धरती को control करना , इन सब प्रश्नों का उत्तर विज्ञान को अभी तक नहीं मिला है। इन सब प्रश्नों का उत्तर ना होने के चलते कई वैज्ञानिक यह भी मानने लगे हैं कि चांद को दूसरे ग्रहों के जंतुओं ने बनाया ।

कई विचारकों का तो यह भी मानना है कि धरती पर जिंदगी को संभव बनाने के लिए एलियंस ने चांद को बनाया। और वह इसे बनाकर अपने सौरमंडल में वापस चले गए और वह बीच-बीच में अपने निर्माण को देखने वापस आते हैं। 

अपोलो 11 मिशन में नील आर्मस्ट्रांग और उनके कई क्रू मेंबर ने कई अंतरिक्ष यान को देखा। उन्होंने खुद कहा था कि उनका कोई पीछा कर रहा था और लोगों का यह भी मानना है कि नासा ने आज तक इस घटना को detail में explain नहीं किया। जब वह चांद पर land कर रहे थे तब 2 मिनट के लिए उनका connection धरती पर मौजूद control room से टूट गया था । बीच-बीच में signal block हो रहे थे और कोई दूसरी signals आ जा रहे थे। ISRO और NASA चांद पर जाने के और भी कई प्लान कर रहे हैं। मैं तो यही चाहूंगा कि ये organization चांद के इन रहस्य को सुलझा दे।

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आपको लगता है कि चांद को एलियंस ने बनाया था । मुझे कमेंट मे जरूर  बताइए। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया  तो इसे शेयर जरूर करें।

धन्यवाद
 धनधन्
न्वदधन्यवाद

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